सर्वनाम किसे कहते है और सर्वनाम के कितने भेद है ?

 क्या आप भी जानना चाहते हैं की, सर्वनाम किसे कहते है और सर्वनाम के कितने भेद है ?

इस article में हम आज हिंदी व्याकरण के एक महत्वपूर्ण भाग शब्द के अंतर्गत आने वाले सर्वनाम के बारे में बात करने वाले हैं।

sarvanam kise kahte hai

सर्वनाम किसे कहते हैं ?


जो शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु के नाम ( संज्ञा ) के बदले आता है , उसे ' सर्वनाम ' कहते हैं । 

राम ने कहा - मैं वन जा रहा हूँ । 

सीता ने कहा - मैं भी आपके साथ चलूँगी । 

पहले वाक्य में ' मैं ' राम के लिए और दूसरे वाक्य में ' मैं ' सीता के लिए आया है । कुछ शब्द किसी ' नाम ' की जगह आते हैं , नाम का प्रतिनिधित्व करते हैं । ऐसे शब्दों की विशेषता है कि वे सभी नामों के बदले समान रूप से आ सकते हैं - स्त्री वर्ग और पुरुष वर्ग में कोई अन्तर नहीं , कोई रूप - भेद नहीं । 


सर्वनाम के कितने भेद हैं ?

हिंदी व्याकरणके न्याय से शब्द के कुल 6 भेद हैं। जिनका विवरण हमने नीचे इंगित किया है।


1. पुरुषवाचक 

2. निजवाचक 

3. निश्चयवाचक 

4. अनिश्चयवाचक 

5. प्रश्नवाचक

6. सम्बन्धवाचक 


1. पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ?

 रमेश का उल्लेख करते हुए राम ने श्याम से कहा , " मैंने तुमसे कहा था कि वह बड़ा ही होनहार है । " यहाँ ' मैं ' बोलनेवाले राम के बदले , ' तुम ' सुननेवाले श्याम के बदले और ' वह ' अनुपस्थित व्यक्ति ' रमेश ' के बदले में आये हैं । ये सभी किसी न किसी व्यक्ति का बोध कराते हैं , अतः ये ' पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं । 

वक्ता का बोध करानेवाले ( मैं , हम , मेरा , हमारा आदि ) सर्वनाम ‘ उत्तम पुरुष , श्रोता का बोध करानेवाले ( त , तुम , आप , तुम्हारा आदि ) सर्वनाम ' मध्यम पुरुष ' और अन्य पुरुष का बोध करानेवाले ( वह , वे , उसका आदि ) सर्वनाम ' अन्य पुरुष ' कहलाते हैं । 


2. निजवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ?

मैं आप ही आ जाऊँगा , तुम्हें बुलाना न पड़ेगा । 

तुम वहाँ जाओ , आप ही स्थिति देख लोगे । 

राम अपने आप सही रास्ते पर आ जाएगा । 

' आप ' पहले वाक्य में मैं का , दूसरे में तुम का तथा तीसरे में राम का सूचक है । स्वयं को सूचित करनेवाले सर्वनाम ' निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं । 


3. निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ?

यह बहती हुई नदी है , वह टिमटिमाता हुआ तारा । 

ये मेरे वर्ग के लड़के हैं , वे दूसरे वर्ग के । 

निश्चित पदार्थों का बोध करानेवाले सर्वनाम ' निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं । ये, यह, इसका , इनका आदि निकटवर्ती पदार्यों के बदले और वह , थे , उसका , उनका आदि दूरवर्ती पदार्थों के बदले आते है।


4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ?

कक्षा में कोई नहीं है । 

झोली में कुछ नहीं है । 

खेल समाप्त होते ही अधिक लोग चले गये , कुछ मैदान में ही थे । 

अनिश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध करानेवाले सर्वनाम ' अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते इनमें ' कोई व्यक्ति के बदले और ' कुछ ' सामान्यतया वस्तु के बदले आते हैं । 


5. प्रश्नवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ?

बापू को कौन नहीं जानता ? 

तुम क्या चाहते हो ? 

प्रश्न का बोध करानेवाले सर्वनाम ' प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं । इनमें ' कौन ' व्यक्ति के बदले और ' क्या ' वस्तु के बदले आते हैं । 


6. सम्बन्धवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं ?

यह वह आदमी नहीं है , जो कल आया था । 

जो आया है , सो जाएगा । 

जो जागत है , सो पावत है । 

हमारे घर में जो कोयला जलाया जाता है , वह एक दिन समाप्त हो जायेगा । 

'जो' , 'सो' ऐसे सर्वनाम हैं जो दूसरे संज्ञा - शब्द के बदले में आने के साथ - साथ दो उपवाक्यों को जोड़ भी रहे हैं। अतः , दो उपवाक्यों में सम्बन्ध जोड़नेवाले सर्वनाम ' सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। 


टिप्पणी -- 

 'सो' का प्रयोग मुहावरों , कहावतों और पुरानी कविताओं में मिलता है। नयी हिन्दी में 'सो' के बदले 'वह' का प्रयोग प्रचलित है। 

 'जो' का प्रयोग केवल एक ही समापिका क्रियावाले वाक्य में नहीं होता अर्थात् यह मिश्र वाक्य में ही आता है। यह मुख्य उपवाक्य का दूसरे उपवाक्य से सम्बन्ध जोड़ता है।


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चलते-चलते :

प्रस्तुत आर्टिकल में हमने व्याकरण के एक महत्वपूर्ण भाग सर्वनाम का अध्ययन किया है। जिसके अंतर्गत हमने जाना कि सर्वनाम किसे कहते हैं ?

इसके अलावा सर्वनाम के 6 भेद पुरुषवाचक, निजवाचक, निश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, प्रश्नवाचक और सम्बन्धवाचक का भी अध्ययन किया।

सम्पूर्ण व्याकरण : शब्द > संज्ञा > सर्वनाम > वचन > लिंग > कारक > विशेषण > क्रिया > काल

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