विज्ञान के लाभ और हानि : विज्ञान से लाभ और हानि पर विशेष निबंध

विज्ञान वर्तमान युग के अभ्युदय का सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ है। अतएव विज्ञान के लाभ और हानि का सटीक ज्ञान होना नितांत आवश्यक है।

क्योकि हम समय के साथ आधुनिकता को तो अपना रहे है, लेकिन विज्ञान से लाभ और हानि का हमे तनिक भी अंदाजा नही है।

आज का युग वैज्ञानिक युग कहा जाता है । हमारी दृष्टि में चारों और विज्ञान का विलक्षण चमत्कार दिखलाई पड़ता है । हमारे युग के पग - पग पर उसकी उपलब्धियों के चिन्ह बिखरे पड़े हैं । 

मानव जीवन के उबलते क्षेत्र में बिना इसके सहयोग से एक कदम भी आगे बढ़ना आज असम्भव लगता है।

● कंप्यूटर पर निबंध 

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विज्ञान से लाभ : विज्ञान के फायदे और उपलब्धियां

वाष्पशक्ति , विद्युत शक्ति , सौर - ऊर्जा , गोबर गैस इत्यादि के अनुसंधान फिर उसकी असीम अपरिमित शक्ति से संचालित होने वाले भाँति - भाँति के संयंत्रों से औद्योगिक क्षेत्रों में बड़ी क्रांति हुई है । 

विज्ञान के जादू ने आज मानवजाति को चमत्कृत तो किया ही है , अभिभूत भी कर लिया है । इसकी उपलब्धियों से हमारे जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन एवं परिमार्जन हुआ है । 

विज्ञान के कारण आज सारी दुनिया एक हो गई है । गमनागमन संबंधी प्रचुर साधनों की उपलब्धि कराकर विज्ञान ने सारे विश्व को एक सूत्र में बाँध दिया है । 

आज हम चाहें तो बहुत कम समय में एक देश से दूसरे देश और एक महादेश से दूसरे महादेश की यात्रा कर सकते हैं । 

बैलगाड़ी , टमटम , ऊंटगाड़ी एवं नाव की सवारी आज हमारे लिए कोई अर्थ नहीं रखती । स्थल , जल एवं नभयात्रा के लिए आज तरह - तरह की तीव्र सवारियाँ हैं । 

मनुष्य आज पक्षी की तरह आकाश का चक्कर काटने लगा है । मछली की भांति जल में विचरण कर सकता है । विज्ञान ने आज नभ , जल एवं थल पर अपना अधिकार कर लिया है । 

जैसे - जैसे विज्ञान की उन्नति होती जा रही है वैसे - वैसे मानव जाति के लिए वह सुख - सुविधा प्रदान कर रही है । पृथ्वी पर कोई भी भाग आज अगम्य नहीं है । 

जर्मनी एक ऐसा वायुयान बना रहा है जिसका मूल्य मात्र 12,000 मार्क होगा । 

अब कम - से - कम मूल्य की एवं सर्वाधिक सुरक्षित मोटर कारें बनाई जा रही हैं । वैसी कारें गति , सुरक्षा एवं मूल्य की दृष्टि से अत्यन्त ही उपयोगी हैं । 

रुस के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी पनडुब्बी का निर्माण किया है , जो काफी गहरे पानी के अन्दर चल सकती है और पानी की सतह पर निशाना लगा सकती है । 

राकेट के सहारे हम चन्द्रलोक की यात्रा करने लगे हैं । मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान की नानाविध उपलब्धियाँ देखने को मिलती हैं । 

रेडियो , ट्रांजिस्टर , रेकार्ड - प्लेयर , टेलिविजन , वी ० डी ० ओ ० इत्यादि से हम अपना मनोवांछित मनोरंजन कर सकते हैं । 

रेडियो , रेकार्ड प्लेयर तो आज इतने लोकप्रिय बन गये हैं कि हमारी विधानसभा , लोकसभा एवं संसद - भवन का सीधा संपर्क देश के तमाम क्षेत्रों से हो गया है । 

आज रेडियो का प्रसार सरकारी प्रतिष्ठान से लेकर ताड़ी - भट्टी खाना तक हो गया है , एक विधायक या संसद सदस्य से लेकर चोर - लफंगे तक रेडियो का व्यवहार करते हैं । एक व्यवसायी से लेकर हलवाहे के कन्धे तक आमतौर से लटका रहता है । 

टेलिविजन की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि इसके अभाव में आज वैवाहिक सम्बन्ध सम्पन्न ही नहीं होता , इसमें समाचार और भाषण तो सुनते ही हैं , भाषणकर्ता और उद्घोषक को देखते भी हैं । 

रामायण , चित्रहार , सिंहासन वतीसी एवं बहादुर शाह जफर जैसे प्रोग्राम के कारण इसकी लोकप्रियता अत्यन्त ही बढ़ गई है । 

इसी तरह सिनेमा क्षेत्र में भी काफी प्रगति हुई है । ' स्टीरिफोनिक ' ध्वनि से वातावरण यथार्थता लाने का प्रयास किया गया है ।

औद्योगिक क्षेत्र में नयी - नयी प्रगति एवं क्रांति हुई । विद्युत शक्ति से चलने वाले कारखाने खुलने के कारण हमारी उत्पादन क्षमता बढ़ी है । 

कृषि क्षेत्र में भी वैज्ञानिक आविष्कारों से काफी विकास हुआ है । उन्नत देशों में कृषि उपज में वृद्धि तो हुई है । 

फसल तैयार करने के औजारों का आविष्कार हुआ है , आज फसल बोने , काटने तथा गोदामों में रखने तक के सभी कार्य औजारों द्वारा किये जाते हैं । 

इस तरह हम देखते हैं कि कृषि क्षेत्र में विज्ञान के द्वारा काफी उन्नति हुई है । हरित क्रांति की सफलता का सारा श्रेय विज्ञान को ही है । 

आज गाँव - गाँव में फसल दौनी के लिए थ्रेसर , सिंचाई के लिए पम्पसेट एवं कीटनाशक दवा के लिए स्प्रे मशीन विज्ञान की ही देन है । 

नदियों की उत्ताल तरंगे आज सीमाबद्ध हो गई है । उससे नहर निकालकर सिंचाई का कार्य किया जा रहा है । उसकी धारा से विद्युत - शक्ति का उत्पादन करके कई तरह की जरूरतों की पूर्ति की जा रही है । 

वैज्ञानिकों ने नये - नये आविष्कारों से चिकित्सा के क्षेत्र में काफी परिवर्तन किये हैं । आज हमारा जीवन अत्यन्त ही सुरक्षित हो गया है । 

एक्सरे स्टेविस्कोप , माइक्रोस्कोप इत्यादि के द्वारा आज चिकित्सा क्षेत्र में काफी परिवर्तन हुआ है । असाध्य रोग अब आसानी से दूर हो जाता है । पहले से लाइलाज रोग का सफल इलाज हो गया है । 

शरीर के अंग - प्रत्यंग का आपरेशन शल्य चिकित्सा के द्वारा आसान हो गया है । ' प्लास्टिक सर्जरी ' द्वारा नया रूप दिया जा सकता है । 


विज्ञान से हानि | विज्ञान के दुष्प्रभाव

' स्वचालित यंत्र एवं कम्प्यूटर ' जैसे यंत्रों के द्वारा हमारी प्रगति तो हुई है , लेकिन लाखों लोग बरोजगार हो गये हैं । 

इलेक्ट्रोन सभ्यता के विकास ने मानव को सेण्ट्रलहीटिग , कम्प्यूटर , टी ० वी ० , कार जैसी उपलब्धियाँ तो दी हैं साथ ही ध्वनि प्रदुषण , विध्वंश , मुनाफाखोरी , मर्डर , बलात्कार , छल - प्रपंच और कैबरे डांस की सभ्यता भी दी है। 

आज का मानव संवेदनशील होकर जी रहा है । मशीनीकरण के दुष्परिणामों के कारण आज मानव - जीवन रद्दी का रैकेट बम बन गया है ।

भूकंप पर निबंध 

● प्रदुषण पर निबंध

चलते-चलते :

प्रस्तुत विज्ञान के लाभ और हानि आलेख में हमने अध्ययन किया कि किस प्रकार से विज्ञान के आविष्कारों ने हमारे जीवन को सुगम एवं आसान बनाने का कार्य किया है।

इसके अलावा विज्ञान से होने वाले नुकसान के ऊपर भी आलेख के अंर्तगत प्रकाश डाला गया है।

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