Essay on news paper in hindi | समाचार पत्र पर निबंध

समाचार पत्र पर निबंध ( essay on newspaper in hindi ) का उपयोग छात्र अपनी परीक्षा अथवा कक्षा में अच्छे प्रदर्शन के लिए कर सकते हैं। इसमे समाचार पत्र (news paper) की सभी शाखाओं को ध्यान में रखते हुए। एक विस्तृत विवरण प्रदान करने की कोशिस की गई है।


Essay on news paper in hindi | समाचार पत्र पर निबंध

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भूमिका : समाचार - पत्र (news paper) वह कडी है जो हमें शेष दुनिया से जोड़ती है । जब हम समाचार - पत्र (news paper) में देश - विदेश की खबरें(news) पढ़ते हैं तो हम परे विश्व(world) के अंग बन जाते हैं । उससे हमारे हृदय का विस्तार होता है ।

समाचार पत्र का इतिहास


चूँकि मनुष्य समाज में रहता  है और एक सार्वजनिक क्षेत्र बनाता है, जानकारी का एक मौलिक मूल्य और महत्व है। इस कारण से, रोमन साम्राज्य की शुरुआत के बाद से लिखे गए प्रकाशन हैं जो मुख्य शासकों के बीच वितरित किए गए थे।

साथ प्रिंटिंग प्रेस के आविष्कार के  15 वीं सदी में और शहरी क्षेत्रों, घोषणाओं, घोषणापत्र और घोषणाओं की भीड़ है कि पढ़ने के लिए या में वितरित किए गए उभरा  आबादी गजट के नाम के तहत।

औद्योगिक क्रांति के आगमन के साथ   , कंपनियों ने प्रत्येक शहर में राजनीतिक, आर्थिक, खेल की घटनाओं और पुलिस की घटनाओं के साथ सस्ते कागज पर काले और सफेद रंग में मुद्रित कई पृष्ठों को लगातार या दैनिक उत्पादन के लिए समर्पित किया। ये रिकॉर्ड पर पहले आधुनिक समाचार पत्र थे ।


Hindi essay on news paper : लोकतत्र का प्रहरी 

समाचार - पत्र(news paper) लोकतंत्र का सच्चा पहरेदार है । उसी के माध्यम से लोग अपना इच्छा , विरोध और आलोचना प्रकट करते हैं । यही कारण है कि राजनीतिज्ञ समाचार - पत्रों(news paper) से बहुत डरते हैं । नेपोलियन ने कहा था - " मैं लाखों विरोधियों की अपेक्षा तीन समाचार - पत्रों(news papers) से अधिक भयभीत रहता हैं । " समाचार - पत्र(news paper) जनमत संग्रह करते हैं। उनमें युग का बहाव बदलने को ताकत होती है । राजनेताओं को अपने अच्छे - बुरे कार्यों का पता इन्हीं से चलता है ।


प्रचार का उत्तम माध्यम : essay on newspaper in hindi

आज प्रचार का युग है । यदि आप अपने माल को , अपने विचार को , अपने कार्यक्रम को या अपनी रचना को देशव्यापी बनाना चाहते हैं तो समाचार - पत्र का सहारा ल । उससे आपकी बात शीघ्र सारे देश में फैल जायगी । समाचार - पत्र के माध्यम से रातों - रात लोग नेता बन जाते हैं या चर्चित व्यक्ति बन जाते हैं । यदि किसी घटना को अखबार की मोटी सुखियों में स्थान मिल जाय तो वह घटना सारे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लेती है । देश क लिए न जाने कितने नवयवकों ने बलिदान दिया , परन्तु जिस घटना को पत्रों में स्थान मिला , वे घटनाएँ अमर हो गईं ।


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व्यपार में लाभ : Hindi essay on news paper

समाचार - पत्र(news paper) व्यापार को बढ़ाने में परम सहायक सिद्ध हुए हैं । विज्ञापन की सहायता से व्यापारियों का माल देश में ही नहीं विदेशों में भी बिकने लगता है । रोजगार पाने के लिए भी अखबार उत्तम साधन है । हर बेरोजगार का सहारा अखबार में निकले नौकरी के विज्ञापन होते हैं । इसके अतिरिक्त सरकारी या गैर - सरकारी फमें अपने लिए कर्मचारी ढूँढ़ने के लिए अखबारों का सहारा लेती है । व्यापारी नित्य के भाव देखने के लिए तथा शेयरों का मूल्य जानने के लिए अखबार का मुँह जोहते हैं ।

 जे० पार्टन का कहना है - ' समाचार - पत्र जनता के लिए विश्वविद्यालय है । ' उनसे हमें केवल देश - विदेश की गतिविधियों की जानकारी ही नहीं मिलती , अपितु महान विचारकों के विचार पढ़ने को मिलते हैं । उनसे विभिन्न त्योहारों और महापुरुषों का महत्व पता चलता है । महिलाओं को घर - गृहस्थी सम्हालने के नए - नए नुस्खे पता चलते हैं । प्रायः अखबार में ऐसे कई स्थाई स्तम्भ होते हैं जो हमें विभिन्न जानकारियाँ देते हैं । आजकल अखबार मनोरंजन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ चले हैं । उनमें नई - नई कहानियाँ , किस्से . कविताएँ तथा अन्य बालोपयोगी साहित्य छपता है । दरअसल , आजकल समाचार - पत्र बहुमुखी हो गया है । उसके द्वारा चलचित्र , खेलकूद , दूरदर्शन , भविष्य - कथन , मौसम आदि की अनेक जानकारियाँ मिलती हैं ।

समाचार - पत्र (news paper) के माध्यम से आप मनचाहे वर - वधू ढूँढ़ सकते हैं । अपना मकान , गाड़ी , वाहन खरीद - बेच सकते हैं । खोए गए बन्धु को बुला सकते हैं । अपना परीक्षा - परिणाम जान सकते हैं । इस प्रकार समाचार - पत्रों का महत्त्व बहुत अधिक हो गया है ।

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समाचारपत्र के हिस्से


अधिकांश समाचार पत्रों, मुद्रित और डिजिटल, के कुछ हिस्से और अनुभाग हैं, जिनमें से सबसे आम हैं:

    • मुखपृष्ठ। समाचार पत्र का पहला पृष्ठ जिसमें अखबार का नाम, तारीख और दिन का मुख्य समाचार होता है।
    • खंड। एक समाचार पत्र का आंतरिक विभाजन जो विषयों के अनुसार समाचारों का वर्गीकरण करता है।
    • विज्ञापन। एक विज्ञापनदाता द्वारा प्रकाशित किए गए प्रकाशन जो पाठक का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं और एक अच्छी या सेवा का प्रसार करते हैं।
    • समाचार । लिखित खाता जो किसी वर्तमान घटना या सार्वजनिक हित की घटनाओं के सेट के बारे में सूचित करता है।
    • इमेजिस। दृश्य प्रतिनिधित्व जो समाचार या लेख को चित्रित करने के लिए एक समर्थन के रूप में काम करते हैं।
    • संपादकीय। पाठ जो कि कुख्याति के तथ्य से पहले अखबार की राय व्यक्त करता है।
    • स्तंभ। एक पत्रकार या विशेषज्ञ द्वारा लिखित लेख जिसमें वह एक मौजूदा मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त करता है।


भारतीय हिंदी समाचार पत्रों की सूची |list of indian hindi news papers


NameLanguage of publicationInterval of publicationFormat
FoundedCirculation (approx.)
Amar UjalaHindiDailyBroadsheet
19482,610,000[7]
Dainik JagranHindiDailyBroadsheet
19424,140,000[7]
Dainik Navajyoti

HindiDailyBroadsheet
1936
Hari BhoomiHindiDailyBroadsheet
1996380,000
JansattaHindiDailyBroadsheet1983
Nava BharatHindiDailyBroadsheet
19371,830,000
Punjab KesariHindiDailyBroadsheet
an56,88,918
Navodaya TimesHindiDailyBroadsheet
20131,46,264
Navbharat TimesHindiDailyBroadsheet
1946
Dainik PrayuktiHindiDailyBroadsheet
201660,000
Jan MorchaHindiDailyBroadsheet
1952103,000




Sarkar Ki UpalabdhiyaHindiUrduDailyBroadsheet
1993
Hind SamacharUrduDailyBroadsheet
1953
Rajasthan PatrikaHindiDailyBroadsheet
W19561,010,000[7]
Parichay TimesHindiDailyBroadsheet
200443,000
Niharika TimesHindiDaily


Conclusion : essay on newspaper in hindi

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