चुनाव पर निबंध
ये भारत है। यहाँ के बच्चों को साहित्य में रुचि हो या न हो लेकिन निबंध तो उन्हें लिखना ही पड़ता है।
स्कूलों में शिक्षक बच्चों से चुनाव पर निबंध लिखवाने में भी पीछे नही रहते हैं।
ऐसे में ये जरूरी हो जाता है। कि आपको भारतीय चुनाव प्रक्रिया के बारे में पता रहे। तभी तो आप चुनाव पर निबंध लिख पाएंगे।
निर्वाचन क्षेत्रों की सीमा का निर्धारण: चुनाव पर निबंध | hindi essay on election
निवार्चन क्षेत्रों की सीमा का निर्धारण चुनाव आयोग करती है। इसी के जिम्मे चुनाव की सारी तैयारियों का जिम्मा होता है।मतदाता सची : चुनाव पर निबंध | hindi essay on election
चुनाव प्रक्रिया का सबसे पहला चरण मतदाता सची तैयार करना होता मतदाता सूचीचुनाव की घोषणा : चुनाव पर निबंध | hindi essay on election
इसके बाद निर्वाचन आयोग और संबंधित सरकार चनावर घोषणा करते हैं जिसमें चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामाकन - पत्र दल का नामांकन - पत्र देने की अंतिम तिथि जाँच पड़ताल की तिथि , नाम वापस लेने की तिथि तथा मतदान की तिथिया का घाषणा की जाती है । साथ ही संबंधित चुनाव अधिकारियों की नियक्ति की घोषणा की जाती है ।प्रत्याशियों का नामांकन :
चुनाव आयोग चुनाव की तिथि तय करके घोषणा करते मार उम्मीदवार नामाकन पत्र भरते हैं एक निश्चित तिथि के अंदर नाम वापस लेने स्थिति में जमानत की राशि वापस हो जाती है ।निर्वाचन अधिकारी : essay on election in hindi
चुनाव आयोग चुनाव करवाने के उद्देश्य से विभिन्न स्तरों पर चुनाव अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति करते हैं जो चुनाव की सम्पूर्ण व्यवस्था का संचालन करते हैं ।मतदान केंद्र:
प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में अनेक मतदान केन्द्रों का निर्माण किया है । जहा पर मतदाता अपने मतदान केन्द्र पर जाकर अपना मतदान करते हैं ।चनाव घोषणा - पत्र : indian election system
प्रत्याशियों के द्वारा अपना - अपना घोषणा - पत्र जारी किया जाता है । जिससे प्रत्याशियों के अपने कार्यक्रम के बारे में पता चलता है ।चनाव प्रचार :
चुनाव प्रचार के लिए चुनाव घोषणा - पत्र के साथ - साथ आम सभा आयोजित कर , विज्ञापन द्वारा , बैनर एवं पोस्टरों द्वारा सभी राजनीतिक दल अपना - अपना चनाव प्रचार करते हैं ।मतदान :
मतदाता निश्चित तिथि में मतदान केन्द्र पर जाकर अपना गुप्त मतदान करते हैं ।मतगणना का परिणाम :भारतिय चुनाव प्रक्रिया पर हिंदी लेख
मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों के सामने मतपेटियों को सील बन्द कर एक निर्धारित जगह पर पहुंचायी जाती है जहाँ पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रहती है । बाद में निश्चित तिथि को सभी मतपेटियों को खोलकर एक सुरक्षित व्यवस्था के अन्तर्गत मतगणना की जाती है । जिन्हें ज्यादा मतदान मिलता है वही विजयी घोषित होते हैं । एक निश्चित संख्या में मत नहीं प्राप्त करने वाले की जमानत जब्त हो जाती है ।चुनाव व्यय का निर्धारण : chunaav essay in hindi
चुनाव परिणाम घोषित होने के 45 दिन के भीतर चनाव प्रक्रिया के अंतर्गत अपने खर्च का लेखा - जोखा देना पड़ता है । जिस विजयी प्रत्याशी का खर्च सीमा से अधिक होता है उसे अवैध करार दिया जाता है ।निर्वाचन याचिका :
चुनाव में हारे हुए प्रत्याशी अथवा निर्वाचन क्षेत्र से कोई मतदाता यह महसस करे कि चुनाव में अधिक व्यय हुआ है या भ्रष्ट तरीके से उम्मीदवार विजयी हए । हैं तो वे न्यायालय में उनके विरुद्ध अपील करते हैं । यदि अपीलकर्ता सही पाये जाते हैं तो उक्त उम्मीदवार की सदस्यता समाप्त कर दी जाती है ।चलते-चलते : Shivam pandey [founder of this website]
आप ने पढ़ा भारतीय चुनाव प्रक्रिया पर लिखा गया हिंदी essay . जिनका प्रयोग आप अपने school, college या किसी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने अथवा पुरस्कार प्राप्त करने हेतु कर सकते हैं। अगर आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछें।
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